जिस तेजी से US में बढ़ रहे हैं कोरोना के मरीज उससे कहीं सच न हो जाए विशेषज्ञों की भविष्‍यवाणी


कोरोना वायरस की चपेट में इस वक्‍त सबसे अधिक अमेरिका है जहां अब तक इसके 792759 मामले सामने आ चुके हैं। इस जानलेवा वायरस की चपेट में आने के बाद 42514 मरीज यहां पर अब तक अपनी जान गंवा चुके हैं। करीब 72389 मरीज यहां पर सही भी हुए हैं।
अमेरिका में जिस तेजी से इसके मामले और इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है उसको देखते हुए आशंका ये भी जताई जा रही है कि कहीं विशेषज्ञों की कही बातें सही न हो जाएं। दरअसल, मार्च की शुरुआत में ही विशेषज्ञों ने कहा था कि ये वायरस अमेरिका में 2 लाख लोगों की जान ले सकता है। इस बात का अंदेशा जताने वालों में अमेरिका के टॉप डॉक्‍टर और इंफेक्शियस डिजीज के प्रमुख डॉक्‍टर एंथनी फॉसी भी हैं।

उन्‍होंने राष्‍ट्रपति ट्रंप की मौजूदगी में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा था कि अमेरिका को इसके लिए तैयार रहना होगा। उनके अलावा व्‍हाइट हाउस में कोरोना वायरस रेस्‍पांस को-ऑर्डिनेटर डॉक्‍टर डेबोरा ब्रिक्‍स के बयानों में यही बात निकलकर आई थी। उन्‍होंने इस माह की शुरुआत में कहा था कि अमेरिका के पास कोई जादू की छड़ी नहीं है जिसको घुमा देने से कोरोना वाररस खत्‍म हो जाएगा। न ही कोई ऐसी थेरेपी या दवाई है। इससे अमेरिकियों को केवल उनका बिहेवियर ही बचा कर रख सकता है। इसी दिन ये बात भी सामने आई थी कि अमेरिका उस आशंका के लिए खुद को तैयार कर रहा है जो विशेषज्ञ पहले ही जता भी चुके हैं। डॉक्‍टर ब्रिक्‍स ने कहा था कि आने वाले 30 दिन अमेरिका के लिए बेहद बुरे होंगे।


ये हैं सबसे प्रभावित राज्‍य
इससे प्रभावित अमेरिका के यदि टॉप 10 राज्‍यों की बात की जाए तो इसमें सबसे ऊपर न्‍यूयॉर्क है जहां अब तक 252094 मामले सामने आए हैं और 18929 मरीजों की मौत हो चुकी है। दूसरे नंबर पर न्‍यूजर्सी है जहां 88806 मामले सामने आए हैं और 4377 मौतें हुई हैं। तीसरे नंबर पर मैसाचुसेट्स में अब तक 39643 मामले सामने आ चुके हैं और 1809 लोगों की मौत हो चुकी है। पेनसिलवेनिया में अब तक 33914 मामले सामने आए हैं और 1348 मरीजों की मौत हो चुकी है। पांचवें नंबर पर शामिल केलीफोर्निया 33686 मामले अब तक सामने आ चुके हैं और यहां पर 1223 मरीजों की मौत अब तक इस वायरस से हो चुकी है। छठे नंबर पर मिशिगन में 32000 मामले सामने आए हैं और 2468 मरीजों की मौत हो चुकी है।

  सातवें नंबर पर इलिनोएज 31508 मामले सामने आए हैं और 1349 मरीजों की मौत हो चुकी है। आठवें नंबर पर शामिल फ्लोरिडा में अब तक 27058 मामले सामने आए हैं और 823 मरीजों की मौत हो चुकी है। 9वें नंबर पर लूसियाना में 24523 मामले अब तक सामने आए हैं और 1328 मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं दसवें नंबर पर शामिल टेक्‍सास में अब तक 19822 मामले सामने आए हैं और यहां पर 505 मरीजों की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े बेहद चौंकाने वाले हैं। आपको बता दें कि वर्तमान में अमेरिका का कोई राज्‍य या उसके तहत आने वाला कोई भी द्वीप ऐसा नहीं है जहां पर कोरोना वायरस न पहुंचा हो। दुनिया की महाशक्ति कहे जाने वाले अमेरिका के लिए जहां ये चिंता की बात है वहीं उसके लिए एक सबक भी है, भविष्‍य की चुनौतियों से निपटने का।

चीन से निकलकर 12 हजार किमी दूर पहुंचा वायरस
यदि पूरी दुनिया में दिसंबर से लेकर अब तक हुए कोरोना वायरस के फैलाव की बात करें तो चीन का वुहान शहर, जहां दिसंबर में इसकी शुरुआत हुई थी वहां पर अब ये काबू में आ चुका है। लेकिन इससे 12 हजार किमी दूर स्थित अमेरिका के न्‍ययॉर्क में इसका सबसे अधिक असर देखा जा रहा है। इन सभी के पीछे छिपे कारणों को हमारे लिए जानना बेहद जरूरी है। ऐसे कई कारण बने जिसकी वजह से अमेरिका में हालात इतने बेकार होते चले गए।

 31 दिसंबर 2019 को चीन ने कई लोगों के किसी रोग से ग्रसित होने की बात स्‍वीकार की थी। इसके बाद 7 जनवरी को चीन के स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने माना था कि ये नोवेल कोरोना वायरस है जिसकी वजह से लोग एक दूसरे के संपर्क में आकर इससे संक्रमित हो रहे हैं। इसके बाद 19 जनवरी को वाशिंगटन में एक 35 वर्षीय व्‍यक्ति स्‍नोमिश काउंटी के अर्जेंट केयर क्‍लीनिक में पहुंचा था। कुछ दिन पहले ही ये व्‍यक्ति वुहान से लौटा था और चार दिनों से इस व्‍यक्ति को खांसी, जुकाम था। शुरुआती टेस्‍ट में इस मरीज में कोरोना वायरस के कोई लक्षण दिखाई नहीं दिए थे और टेस्‍ट की सभी रिपोर्ट नेगेटिव आई थीं। इसके बाद भी इसको डॉक्‍टरों की निगरानी में रखा गया था।

 20 जनवरी को सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ने उसके कोरोना पोजीटिव की रिपोर्ट कंफर्म की थी। कोरोना प्रभावित राज्‍यों की सूची में वाशिंगटन वर्तमान में 14वें नंबर पर है। यहां पर 11790 मामले अब तक सामने आए हैं और 634 मरीजों की मौत हो चुकी है। 22 मार्च को यहां पर इसको राष्‍ट्रपति ट्रंप ने Major Disaster घोषित किया था और गवर्नर ने घर से बाहर न निकलने की हिदायत दी थी। इस प्रतिबंध को बाद में 4 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया।

 1 मार्च 2020 को न्‍यूयॉर्क में कोरोना वायरस से संक्रमित पहला मामला सामने आया था। 39 वर्षीय महिला जो हेल्‍थ वर्कर थी, को ईरान से लौटने के बाद कोरोना पॉजीटिव पाया गया। ये महिला मेनहेटन में रहती थी। 7 मार्च को न्‍यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू क्‍यूमो ने स्‍टेट इमरजेंसी का एलान कर किया और 11 मार्च को सभी स्‍कूल और कॉजेजों को बंद कर‍ दिया गया था। 13 मार्च को गवर्नर ने भीड़ के एकत्रित होने पर पाबंदी लगा दी थी।


17 मार्च को यहां पर 1374 मामले सामने आ चुके थे। इसके बाद यहां पर दोगुनी और तीन गुणा तेजी से इस वायरस ने लोगों को अपनी चपेट में लिया। 14 मार्च को न्‍यूयॉर्क में कोरोना वायरस से दो मौत हुई जबकि 15 मार्च को तीसरी मौत हुई थी। मरने वाले तीनों मरीज 60 वर्ष से ऊपर की आयु के थे।

19 जनवरी को अमेरिका में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था। 30 जनवरी तक दुनिया के 21 देशों में इसके 9976 मामले सामने आ चुके थे 19 अप्रैल 2020 तक अमेरिका में 242786 कोरोना पॉजीटिव मामले सामने आ चुके हैं।

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