राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्विटर के खिलाफ खोला मोर्चा, बोले- 2020 के राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने की चाल
ट्विटर द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति के दो ट्वीट को भ्रामक करार दिए जाने के
बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विटर के खिलाफ मोर्चा खोल
दिया है। राष्ट्रपति ट्रंप ने सावधान किया है कि सोशल मीडिया के
प्लेटफॉर्म 2020 के राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे
हैं।
हाल ही में अमेरिकी एजेंसियों ने यह दावा किया था कि 2020 के
राष्ट्रपित चुनाव में एक बार फिर रूसी दखल हो सकता है। इसके बाद अमेरिकी
राष्ट्रपति ट्रंप ने यह कहकर सब को चौंका दिया है कि सोशल मीडिया के जरिए
भी चुनाव को प्रभावित किया जा सकता है।
ट्रंप ने दो ट्वीट के जरिए ट्विटर पर किया प्रहार
इसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने सिलसिलेवार दो ट्वीट के जरिए ट्विटर पर निशाना साधा है। राष्ट्रपति ने पहले ट्वीट में लिखा, 'ट्विटर अब 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में भी दखल दे रहा है। वे कह रहे हैं कि मेल-इन बैलट्स के बारे में मेरा बयान बड़े भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े को जन्म देगा। यह गलत है। यह फेक न्यूज सीएनएन और ऐमजॉन वॉशिंगटन पोस्ट की फैक्ट चेकिंग पर आधारित है। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि ट्विटर पूरी तरह से हमारी स्वतंत्रता पर प्रहार कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि एक राष्ट्रपति के रूप में ऐसा कतई नहीं होने दूंगा। ट्रंप ने मीडिया पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया था कि फर्जी न्यूज ने इसे ऐसे पेश किया है मानो कोई पाप किया गया हो।
ट्विटर ने राष्ट्रपति के मेल-इन वोटिंग पर उठाए सवाल
अमेरिकी राष्ट्रपति का बयान तब आया है जब ट्विटर ने राष्ट्रपति के मेल-इन वोटिंग पर सवाल उठाए हैं। खास बात यह है कि राष्ट्रपति का यह बयान उस वक्त आया है जब ट्विटर ने ट्रंप के कुछ ट्वीट्स को फ्लैग करते हुए फैक्ट-चेक की चेतावनी दी है। ऐसा पहली बार है जब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर ने अमेरिकी राष्ट्रपति को चेतावनी दी है। इस चेतावनी के बाद ट्रंप ने इसे बोलने की स्वतंत्रता के खिलाफ बताया और अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव में दखल करार दिया है। बता दें कि मंगलवार को ट्रंप के दो ट्वीट्स पर ट्विटर की तरफ से चेतावनी जारी की गई थी। इनमें मेल-इन बैलट्स को फर्जी और 'मेल बॉक्स लूट लिया जाएगा' कहते हुए ट्रंप के आधिकारिक अकाउंट से ट्वीट किए गए थे।
इसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने सिलसिलेवार दो ट्वीट के जरिए ट्विटर पर निशाना साधा है। राष्ट्रपति ने पहले ट्वीट में लिखा, 'ट्विटर अब 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में भी दखल दे रहा है। वे कह रहे हैं कि मेल-इन बैलट्स के बारे में मेरा बयान बड़े भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े को जन्म देगा। यह गलत है। यह फेक न्यूज सीएनएन और ऐमजॉन वॉशिंगटन पोस्ट की फैक्ट चेकिंग पर आधारित है। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि ट्विटर पूरी तरह से हमारी स्वतंत्रता पर प्रहार कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि एक राष्ट्रपति के रूप में ऐसा कतई नहीं होने दूंगा। ट्रंप ने मीडिया पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया था कि फर्जी न्यूज ने इसे ऐसे पेश किया है मानो कोई पाप किया गया हो।
अमेरिकी राष्ट्रपति का बयान तब आया है जब ट्विटर ने राष्ट्रपति के मेल-इन वोटिंग पर सवाल उठाए हैं। खास बात यह है कि राष्ट्रपति का यह बयान उस वक्त आया है जब ट्विटर ने ट्रंप के कुछ ट्वीट्स को फ्लैग करते हुए फैक्ट-चेक की चेतावनी दी है। ऐसा पहली बार है जब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर ने अमेरिकी राष्ट्रपति को चेतावनी दी है। इस चेतावनी के बाद ट्रंप ने इसे बोलने की स्वतंत्रता के खिलाफ बताया और अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव में दखल करार दिया है। बता दें कि मंगलवार को ट्रंप के दो ट्वीट्स पर ट्विटर की तरफ से चेतावनी जारी की गई थी। इनमें मेल-इन बैलट्स को फर्जी और 'मेल बॉक्स लूट लिया जाएगा' कहते हुए ट्रंप के आधिकारिक अकाउंट से ट्वीट किए गए थे।
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