सिगरेट और वाटरपाइप से भी कोरोनावायरस का खतरा, केंद्र सरकार ने ट्विटर पर जानकारी साझा की; डब्ल्यूएचओ ने भी किया अलर्ट
क्या वाटर पाइप और सिगरेट से कोरोनावायरस का संक्रमण हो सकता है। इस सवाल का जवाब केंन्द्र सरकार ने ट्विटर पर दिया दिया है। पीआईबी (पत्र सूचना कार्यालय) के मुताबिक, स्मोकिंग करने वालों को कोरोनावायरस का खतरा ज्यादा है
। हाथ और दूषित सिगरेट जब होठों के सम्पर्क में आते हें तो वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इस दौरान हाथ में वायरस मौजूद होने पर मुंह में जा सकता है।
धूम्रपान करने वालों के फेफड़े पहले ही बीमार हैं : डब्ल्यूएचओ
स्मोकिंग से कोरोना संक्रमण के खतरे पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी आगाह किया है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि धूम्रपान करने वालों के फेफड़े पहले ही बीमार होते हैं या उनकी क्षमता घट चुकी होती है। ऐसे में स्मोकिंग करने पर बीमारी का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। सिगरेट पीने के दौरान हाथ होठ के सम्पर्क में आते हैं, इस दौरान कोरोनावायरस का संक्रमण हो सकता है।
सरकार से तम्बाकू उत्पाद बैन करने की अपील
ट्विटर पर इस पोस्ट के बाद यूजर्स पीआईबी से तम्बाकू उत्पादों पर बैन लगाने की मांग कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, क्या सरकार तम्बाकू उत्पाद पर एक महीने के लिए बैन लगा सकती है, ताकि सार्वजनिक जगहों पर लोग इसे खाकर थूकें नहीं।
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